बोलने के लिए दवाएं | बच्चों के बोलने की होम्योपैथिक दवा | बच्चों के बोलने की सही उम्र

हेलो दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारे इस नए बोल्ग में तो आज के स आर्टिक्ल में हम आपको बोलने के लिए दवाएं क्या है , बच्चों के बोलने की होम्योपैथिक दवा क्या है , बच्चों के बोलने की सही उम्र क्या है और इसके साथ साथ आपको बोलने के लिए इस रिलेटेड सारी जानकारी आपको बहुत ही डिटेल में और बहुत ही आसान शब्दों में आपको जानकारी मिलने वाली है । इस के साथ साथ आपको बच्चों के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन की जानकारी मिलने वाली है तो आपको भी इस विषय की जानकारी चाहिए तो आप इस आर्टिकल को सुरु से अंत तक पढ़ लीजिये ।

बोलने के लिए दवाएं – Bolane Ke Liye Dawai

ये सही से बोल ना पाना ये कोई हमारे देश की ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में इस दिकत से लोग गुजर रहे है। बहुत से लोग तो इसको कोई बीमारी मानते ही नहीं है बालकी इस को एक तरह की हैबिट के जैसे माना जाता है । इसके पीछे के बहुत से कारण होते है वो हम आपको बाद में बता दे ही देंगे पर सब से अछि बता ये है की बोलने के लिए दवाएं की ही जरूरत नहीं होती है आप कुछ स्पेशल तरिके अगर आप अपनाते हो तो कुछ ही महीनो में आपने आप ठीक भी हो जयेगा ।

तो सब से पहले आपको ये भी समजना होगा की आखिर आप बोलने के लिए दवाएं क्यू खोज रहे हो यानि की किस टाइप की दिकत है उसके हिसाब से आगे की दवा और बाकि सब निर्भर होता है ।

हकलाना Stammer | बच्चों के बोलने की होम्योपैथिक दवा

ये जो हकलाना है वो बहुत ही कॉमन है जिस में एक इंसान ये कोई भी वर्ड या फिर सेंटेस ये एक झटके में पूरा नहीं बोल पता है वो बीच बीच में अटक जाता है जिसे की मेरा नाम नाम नाम रमेश है एक वर्ड को बार बार रीपीट करना उसको ही हकलाना बोलते है ।

तुतलाना | बच्चों के बोलने की होम्योपैथिक दवा

ये जो तुतलाना होता है ये हकलाना से बहुत ही अलग होता है जिस में इंसान जो बोलता है वो सही से उचार नहीं कर पता है जिसे की मेरा नाम रमेश हो गया उसको उच्चारण ये मेला लाम लमेश है ऐसे ही कुछ कुछ वो बोलना तो सही चाहते है पर जुबान से सही से बहार नहीं आता है ।

बोलने के लिए दवाएं और उसके लिए उपाय क्या है

तो सब से पहले हम तुतलाना के ऊपर बात करे है बचे ये बोलना किस से सीखते है तो जाहिर सी बात है आजु बाजू में जो बात करते है उसको ही वो अनुकरण करता है । बहुत से लोग बच्चो से पता नहीं क्यू तुतल कर बात करते है तो आपको नहीं करना होगा आपका उसको प्यार करने का तरीका हो सकता है पर आपका बच्चा ये छोटी उम्र में जो सुनता है वही पूरी जनंदगी को फोल्व करता है ।

तो अभी हम एक एक कर के बोलने के लिए दवाएं बात करते है तो तुतलाना और हकला ने का सब से बड़ा कारन होता है जुबान जड़ी होना तो ऐसे कंडीशन में आप अपन बच्चे को आंवले के टुकड़े चूसने के लिए देने चाहिए बस कुछ ही महीनो में आपको रिजल्ट देखने को मिल जायेगा ।

जीभ को पतला बनाने का एक रामबाण इलाज है और वो है शहद और अदरक की पेस्ट अगर आप अपने बच्चे को सेवन करने देते हो तो जुबान पतली होने लग जाएगी ।

अगर आप अपने बच्चे को रोज मिश्री खाने देते हो तो भी आपको बहुत ही जल्द फयदा देखने में मिल जायेगा ।

जुबान भारी होने के अलाव भी बच्चे का दिमाग अगर कमजोर होगा तो भी हकलाने की प्रॉब्लम आ सकती है तो आपको सब से पहले आप अपने डॉक्टर से जांच करवा लीजिये और अगर हम घरेलु नुस्के की बात करे तो ब्राम्ही के तेल से अगर बच्चे की सिर की मालिश करना भी बहुत ही फयदेमद होता है ऐसा देखने को मिला है ।

दालचीनी का इस्तेमाल ये ख़ास कर के मसाले को त्यार करने के लिए इस्तेमाल होता है पर अगर आप यही दालचीनी का एक छोटा सा टुकड़ा सिर्फ 10 मिनिट के लिए ही सही अगर दोगे तो कुछ ही हफतो में आपको रिजल्ट खुद बा खुद देखने को मिल जाएगा ।

बच्चों के बोलने की सही उम्र –

तो बहुत से लोगो को ये जानना होगा की आखिर ये बच्चों के बोलने की सही उम्र कोनसी होती है और कभी हमको सीरीयस होना चाहिए तो आपको एक बात बता देते है की इसकी किसका कोई भी एक जवाब नहीं है तो लड़किया जो होती है वो लडको की तुलना से जल्दी ये बोलना और सीखना ये सिख जाती है और अगर हम आम बच्चों के बोलने की सही उम्र की बात करे तो हेल्थी बच्चे ये 1 साल से 2 साल के बीच में बोलना सिख जाते है उस में भी क्लियर नहीं बोलते है कुछ कुछ कॉमन वर्ड जैसे की मम्मी , पापा जैसे वर्ड बोलते है ।

बच्चों के बोलने की होम्योपैथिक दवा की लिटस

इस रिलेटेड हम आपको कुछ दवा के नाम बता देते है जिस में कैल्केरिया कार्ब , सिलिसिया, लिकपोडियम ऐसे कुछ पॉपुलर दवाये है और इन सब का सेवन ये किस तरह से करना है इसकी सही खुराक कितनी है इस सब की डिटेल आपको डॉक्टर ही सही से बता सकते है .

बोलने के लिए दवाएं

ये जो Hamdard Dawa E Luknat की दवा है वो खास तुतलाना की बीमारी ठीक करने के लिए ये डॉक्टर की सलाह के द्वारा ये इस्तेमाल में आती है ये जो यूनानी दवा है उस में अजवाइन, अदरक, हींग जैसे नेचरल तत्व इस में इस्तेमाल किये जाते है । इस दवा की कीमत की बात करे तो ये आपको  50 रूपये के अंदर इस की 25 ग्राम की पेस्ट आपको नजदीगी मेडिकल स्टोर में या फिर ऑनलाइन स्टोर में भी आसानी से मिल जाती है ।

Basic Ayurveda Saraswatarishta With Gold 

ये जो Basic Ayurveda Saraswatarishta With Gold बोलने के लिए दवा है ये एक और डॉक्टर की सलाह पे दी जाने वाली दवा है इस दवा में ब्राह्मी, हरीतकी (हरड़), शतावरी,  जैसे नेचरल तत्व को दाल कर ये दवा बनी हुई है । इस दवा की खुराक ये पेशंट की हालत कितनी गंभीर है , उसकी उम्र ये कितनी है और बाकि सब डिटेल देख कर इस की खुराक ये तय की जाती है ।

बच्चे का देर से बोलने का कारण –

तो अभी तक हमने देख लिया की बच्चों के बोलने की होम्योपैथिक दवा कोनसी है और उसका सेवन कैसे करते है तो अभी हम सब से जरुरी बच्चे का देर से बोलने का कारण जान लेते है तो सब से बड़ा कारन है आप जी हां वो कैसे तो आज कल लोग ये फॅमिली में रहना पसंद नहीं करते है उस में भी ये महामारी के कारण जो 2 से 3 साल घर के बहार जाना नहीं और माता पिता ये बच्चो को फोन पकड़ा देते है और अपना काम करने लग जाते है उस के कारन जो असल दुनिया से जो कोंनेशन है वो टूट जाता है और सही से सिख नहीं पाते है ।

इसके आलावा भी दूसरा कारण ये हो सकता है की वो दिमाग से दूसरे बच्चो से कमजोर हो सकता है या फिर उसके कानो में कोई प्रॉब्लम हुई तो भी वो सही से सुन ही नहीं पाएंगे तो सिख नहीं सकते है और उसके कारन ही बोल नहीं पाते है

ढाई साल के बच्चे को बोलना कैसे सिखाएं –

तो इसका सब से बेस्ट तरीका है और वो है बच्चो के साथ बोलना जी हां और आपको सब से पहले क्लियर वर्ड ही बोलना है नहीं तो अगर आप ही तुतलाकर बोलने लग जाओगे तो बच्चा भी वही बोलने लग जाता है । उसके अलावा आप फोन से कुछ सालो तक कम ही इस्तेमाल करने के लिए दे सकते हो । आज कल ऐसे बहुत सारे खिलोने आ सकते है उसका आप इस्तेमाल कर सकते हो पर उसके ऊपर ही आप डीपैंड ना हो जाये ।

3 साल के बच्चे को बोलना कैसे सिखाएं –

तो आपका बच्चा ये 3 साल का हो गया है फिर भी वो सही से बोल नहीं पा रहा है तो आपको सब से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेनी होगी और आज कल कुछ स्पेशल प्रोग्राम आते है वो आप कर सकते हो । और बात रही घर पर रहकर आप कैसे सीखा सकते हो तो ये 3 साल के बचो को लगभग सब कुछ समझने आता है तो अपनी बात समझाने के लिए इशारे का सहारा लेता है तो आप वो चीज दिखा कर धीरे धीरे सीखा सकते हो ।

निष्कर्ष –

तो ये थी बच्चों के बोलने की होम्योपैथिक दवा कोनसी है , बोलने के लिए दवाएं क्या है और इसके ही रिलेटेड जानकारी तो सब से पहले इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी है वो सिर्फ और सिर्फ आपकी एक्स्ट्रा जानकारी के लिए ही लिखा गया है इसलिए आप ऊपर जो भी नुस्के और दवा बता दिए है वो आप डॉक्टर की सलाह के बिना सेवन ना करे ऐसा करना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है ।

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