
ताबूत के उल्टे 7 फेरे लेकर शहीद की पत्नी ने पूरी कीं रस्में; आखिरी बार पति के शव को जीभर कर निहारा, फिर मांग में सिंदूर भर बोली- विश्वास है सेना उन कायरों से बदला जरूर लेगी
कोटा/सांगोद (राजस्थान)। हाथों में तिरंगे लिए भारत माता के जयकारे लगा रहे हजारों लोग, हर आंख नम और इन्हीं आंखों से छलक रहा आक्रोश... तिरंगेमें लि पटकर अपनी माटी पर लौटे कोटा के बेटे शहीद हेमराज मीणा की पार्थिव देह जब यहां पहुंची तो उन्हें वि दाई देने सैलाब उमड़ पड़ा । हेमराज मीणा अमर रहें... हेमराज तुम्हारा यह बलि दान, याद रखेगा हिंदुस्तान..., जब तक सूरज चांद रहेगा, हेमराज तेरा नाम रहेगा। इन्हीं नारों के बीच शनिवार दोपहर बाद पैतृक गांव सांगोद क्षेत्र के वि नोद कलां में शहीद हेमराज की सैन्य सम्मा न के साथ अंत्येष्टि की गई। बड़े बेटे अजय ने मुखाग्नि दी। इससे पहले सीआरपीएफ व कोटा ग्रामीण पुलि स की टुकड़ियों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।शोक शस्त्र हाथ में थामे अजमेर से आए सीआरपीएफ के जवानों ने 25 राउंड फायर कर सलामी दी। हजारों लोग देश के लिए बलि दान देने वाले हेमराज की अंतिम वि दाई