Kanthamrit Vati Use In Hindi | Kanthamrit Vati Benefits In Hindi | Kanthamrit Vati पतंजलि लाभ

हेलो दोस्तों आप सभी का सवागत है हमारे इस नए ब्लॉग में तो आज हम फिर से लेकर आये है एक और अनोखी जानकारी को लेकर तो आज के इस आर्टिकल में आपको kanthamrit vati use in hindi इसकी डिटेल में जानकारी यहाँ पर मिलने वाली है , आखिर ये kanthamrit vati benefits in hindi क्या क्या है । इस दवा को कोण कोण सेवन कर सकता है उसके साथ ही आपको इसकी खुराक क्या है , आपको किस कंडीसन में इस दवा को सेवन करना होगा उसके साथ ही आपको इसकी प्राइस और इस रिलेटेड सारे सवाल के जवाब आपको यही पर मिलने वाले है तो आप ये आर्टिकल सही से पढ़ लीजिये ।

Kanthamrit Vati Use In Hindi | Kanthamrit Vati Benefits In Hindi

अभी kanthamrit vati use in hindi के रिलेटेड जानकारी देखने से पहले इस दवा की थोड़ी जानकारी देख लेते है तो ये दवा की सब से खास बात की ये आयुर्वेदिक दवा है और इस में नेचरल तत्व का ही इस्तेमाल किया जाता है । बात रही ये दवा किस काम में आती है तो खांसी के इलाज के लिए इस दवा को प्रमुख रूप से सेवन किया जाता है । उसके आलावा गले और मुँह के कुछ कुछ रोग इ इलाज के लिए इसका सेवन किया जाता है ।

आपने इस दवा का नाम सही से पढ़ लिए होगा तो आपको पता ही लग गया होगा की इस दवा को जानीमानी पतंजलि ये कम्पनी इस को निर्मित करती है तो आप इस दवा की विश्वनीयता जांच सकते हो ।

इस दवा का इस्तेमाल किस काम में आता है ये इस दवा के नाम से ही पता लग जायेगा तो कंठामृत ये नाम का विभाजन अगर करे तो कंठ का मतलब ये गले से निकली आवाज़ होती है और अमृत का मतबल आपको अलग से बताने की जरुरत नहीं है । इसके साथ ही इस दवा की सब से जरुरी बात तो ये पूरी तरह से शुगर फ्री होने के कारन इसके कोई गंभीर साइड भी नहीं है ।

कंठामृत वटी के मुख्य घटक 

तो जैसे की हमने आपको पहले ही कहा है की ये दवा पूरी तरह से आयुर्वेदिक तत्व के आधार पर बनी हुई है उसके कारन इस दवा में कोई भी तरह से हानिकरक तत्व ये मिक्स नहीं किये जाये है तो इस में मुलेठी , लौंग ,  कपूर के साथ साथ और भी अलग अलग तत्व ये मिक्स किये जाते है उसकी लिस्ट हम निचे दे रहे है वो आप देख लीजिये।

1 दालचीनी
2 सोंठ
3 फुदीना शत
4 तुलसी
5 काली मिर्च
6 शहद
7 लौंग
8 अदरक
9 मुलेठी
10 बहेड़ा
11 कपूर
12 कबाब चीनी

Kanthamrit Vati पतंजलि लाभ

अभी सब से जरुरी इस कंठामृत वटी के उपयोग क्या क्या है उस्मि जानकारी देख लेते है तो गले से जुडी बीमारी के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है ये हमने आपको पहले भी कहा है तो उसके साथ ही श्वसन सम्बन्धित समस्या के इलाज के लिए , मुँह के छाले और बाकी की बिमारी के इलाज के लिए इसका उपयोग किया जाता है उसकी लिस्ट दे रहे ही तो आप सही से पढ़ लीजिये ।

1 खांसी या खराश में
2 मुँह के छाले
3 स्वाद सुधारक
4 आवाज़ बैठना
5 श्वसन सम्बन्धित समस्या
6 गले का संक्रमण
7 गले के सभी प्रकार के रोग
8 सर्दी या नाक बहना

तो एक एक कर के ये दवा किस तरह से उपयोग होता है उसकी जानकारी देख लेते है तो आप धायण से पढ़ लीजिए ।

 गले के दर्द में राहत | Kanthamrit Vati पतंजलि लाभ

आजकल वायरल संक्रमण के कारन गले में दर्द हो जाता है और ये बहुत ही नार्मल बात है तो उस कंडीशन में गले में दर्द होना लग जाता है तो उस कंडीशन में इस दवा का सेवन करते हो तो आपको उस से राहत मिलने लग जाएगी । उसके ही आगे गले में दर्द होने का एक और कारन ये एलर्जी या फिर टॉन्सिल भी होते है तो उस में भी अगर आप इस दवा को पानी के साथ सेवन कर देते हो तो आपको पॉजिटिव रिजल्ट ये जल्दी ही मिल जायेगा ।

गले की सूजन का इलाज

बहुत से लोगो को जरा सा भी थड़ा सेवन करने के बाद गले में सूजन आ जाती है और ये गले में सूजन इतनी खतरानक होती है जिस में नार्मल पानी पिने में प्रॉब्लम आ जाती है । तो उस कंडीशन में इस दवा का उपयोग आपको गरम पानी के साथ सेवन कर लेना है और जब तक ये सही ना हो जाये तब तक आपको थड़ी चीजों से दूर ही रहना है , नहीं तो इस दवा का असर ये सही से नहीं होगा ।

मुँह का स्वाद सही करने के लिए

आपने भी कभी कभी नोटिस किया ही होगा की अगर हम जयदा मसाले वाला खाना सेवन करने के बाद कुछ कंडीशन में मुँह का सवाद ये अपने आप बिगड़ जाता है और खाने का सवाद ये सही से नहीं आता है आप खुश भी खाओ कुछ स्वाद नहीं आता या फिर सर्दी , बुखार में जैसा मुहा का सवाद ये कड़वा हो जाता है तो इसका इलाज भी इस दवा से बहुत ही आसानी से हो जाता है ।

अगर इस वजह से आपका मुँह का स्वाद ये बिघड गया है तो उस में अगर आप दिव्य कंठामृत वटी की 1-1 गोलियों अगर सुबह और शाम को सेवन कर देते हो तो कुछ ही समय में स्वाद ये फिर से आने लग जायेगा ।

बलगम का इलाज

बलगम यानि की कफ जो कहते है ये भी बहुत ही नार्मल बात है कुछ भी थड़ा खा लिया तो अगले दिन ही सीना ये भारी भारी होने लग जाता हाउ और कफ निर्माण हो जाता है । और ये कफ की प्रॉब्लम ये ठण्ड के मौसम में तो बहुत ही आम हो जातो है । इस दवा का सेवन करने के बाद बॉडी के अंदर जो कफ पैदा हो जाता है उसको जड़ से इलाज होने में मदत करता है । उस ही तरह सर्दी, जुखाम, बुखार और नजला के इलाज में भी इस दवा का इस्तेमाल ये प्रमुख रूप से होता है ।

खांसी का इलाज

वैसे तो खासी ये अलग अलग वजह से होती है उस में भी खासी के दो प्रकार होते है जिस में सुखी खासी और कफ वाली खासी आ जाती है तो दोनों खासी के इलाज के लिए उस दवा का सेवन किया जाता है ।

जब आप इस दवा को हलके गर्म या फिर गुने गुने पानी के साथ सेवन करते हो तो ये डायरेक्ट श्वसन नली का इलाज करती है तो और आपको खासी से राहत दिलाने में मदत करती है ।

 उल्टी का इलाज | kanthamrit vati benefits

उलटी ये बहुत अलग अलग वजह से होने लग जाती है जैसे की प्रेगनेंसी हो गया , बदहजमी हो गए या फिर ऐसे ही बीमारी के कारन उल्टी होने लग जाती है पर उलटी होने के बाद इंसान का शरीर ये पूरी तरह से कमजोर हो जाता है ये पूरी तरह से सच है । ट्रेवल करते समय भी बाउट लोगो को उलटी की प्रॉब्लम होती है तो उस कंडीशन में इस दवा का सेवन करते हो तो आपको पॉजिटिव रिजल्ट ये मिल जायेगा ।

मुँह के छालों का इलाज

मुँह के छालों ये दीखने में भी बहुत ही छोटे होते है पर ऐसी सिथि ये पैदा करते जिस के वजह से इंसान को कुछ भी खाने में प्रॉब्लम आ जाती है । ये मुँह के छालों की प्रॉब्लम ये ख़ास कर के जयदा मसाले वाला सेवन करने के वजह से , तेल वाला का भी सेवन करने की वजह से ये प्रॉब्लम ये देखने को मिलती है । अगर ये लम्बे समय तक मुँह के छालों की प्रॉब्लम होती है तो पट की प्रॉब्लम जैसे की कब्ज़ या फिर पेट के रिलेटेड बीमारी होने का चास ये बढ़ जाता है इसलिए इसका इलाज करना बहुत ही जरुरी होता है ।

मुँह के छालों का इलाज करने के लिए अगर आप एक ग्लास गुनगुने पानी के साथ इस दवा को सेवन करते हो तो कुछ ही समय में सही रिजल्ट ये देखने को मिल जायेगा ।

 गला या आवाज़ बैठना | kanthamrit vati benefits

बहुत बार हम जयदा बोलने की वजह से या फिर ज़्यादा ज़ोर से बात करने के कारन , हमारी आवज ये बैठ जाती है जैसे की लड़ाई होने के वजह से जोर जोर बात करने लग जाते हो तो एकदम से आवाज ये बैठ जाती है , आवाज ये एक दम से कम ही जाता है तो उस परिस्थि में गले में दर्द भी होने लग जाता है तो इस सब का इलाज कर के सही आवाज पाने के लिए इस दवा का उपयोग ये किया जाता है ।

कंठामृत वटी की खुराक | Kanthamrit Vati Benefits In Hindi

तो अभी हम कंठामृत वटी लेने का तरीका और उसकी सही खुराक की बात करते है तो सब से जरुरी इस दवा का सेवन ये आपको डॉक्टर की उचित सलहा एमए के बाद ही इस दवा का सेवन कर लेना है ।

इस दवा की खुराक ये आपकी कंडीशन को देख कर ही तय की जाती है तो एक जर्नल जानकारी के तोर पर  4 या 5 गोलिया का सेवन ये कर सकते हो । इस दवा के भी दो प्रकार है जो की जो एक गोली पानी के साथ सेवन की जाती है और दूसरी जो गोली है जो ऐसे ही चूसने की गोली होती है ये दोनों दवा ये अलग अलग बिमारी के लिए सेवन की जाती है इसलिए डॉक्टर की उचित लेना बहुत ही जरुरी है ।

कंठामृत वटी की कीमत | Kanthamrit Vati Price

सब से अंत में इस कंठामृत वटी की कीमत की बात करे तो ये गोलिया आपको करीब 40 रूपये से आपक मिल सकती है जो की खास कर आपको पतंजलि के स्टोर पर ही मिल जाती है । इसके अलाव भी ऑनलाइन स्टोर से भी आपको ये दवा कही पर भी मिल जाती है ।

तो ये थी kanthamrit vati use in hindi इसकी जानकारी और इस ही आर्टिकल में हमने आपको kanthamrit vati benefits in hindi की जानकारी और इस ही रिलेटेड बाकी की जानकारी देने की कोशिश की है तो आपको बता देते है की इस आर्टिकल में आपको जो भी जानकारी मिल रही है वो सिर्फ और सिर्फ आपकी एक्स्ट्रा जानकारी के लिए ही ये आर्टिकल लिखी हुई है तो आप सिर्फ ये आर्टिकल को पढ़ कर या फिर इंटरनेट का कोई और वीडियो या फिर आर्टिकल को पढ़ कर आप इस दवा का खुद से सेवन मत कीजिये सब से पहले किसी डॉक्टर की सलाह के लीजिये उसके बाद ही इस दवा का सेवन कीजिये

 

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