
सिरदर्द, पीलिया और अंदरुनी चोट में फायदेमंद है बेल, जानें इसके अन्य फायदे
बील या बेल अपने विशेष गुणों से शरीर की कई समस्याओं के लिए फायदेमंद होता है, आइये जानते हैं इसके गुणों के बारे में
पीलिया में बील की कोपलों का 50 ग्राम रस में एक ग्राम पिसी काली मिर्च मिलाकर सुबह-शाम पिएं, इससे लाभ मिलता है।सौ ग्राम पानी में इसका थोड़ा गूदा उबालें, ठंडा होने पर कुल्ला करने से मुंह के छाले ठीक होते हैं।
सिरदर्द में बील पत्र के रस से भीगी पट्टी माथे पर रखें। पुराना सिरदर्द होने पर कुछ पत्तों का रस निकाल कर पिएं। गर्मियों में इसमें थोड़ा पानी मिला लें।मोच या अंदरुनी चोट में बील के पत्तों को पीसकर थोड़े गुड़ में पकाएं। इसे पीड़ित अंग पर बांध दें। दिन में तीन-चार बार इसे बदलें, लाभ मिलता है।पके हुए बील में चिपचिपापन होता है इसलिए यह डायरिया रोग में काफी लाभप्रद है और शरीर में पानी की कमी को दूर करता है।पका बील खाने से वात और कफ रोग दूर होते हैं।
गर्मी के मौसम में पेट के साथ दिमा